यौन शोषण का आरोपी स्वामी चिन्मयानंद गिरफ्तार हो चुका है। मगर मेनस्ट्रीम मीडिया ने इस मामले को ऐसे नज़रअंदाज़ किया जैसे कुछ हुआ ही ना हो। आखिर में जब सुप्रीम कोर्ट में ये मामला पहुंचा तबतक इस मामले पर कोई डिबेट करने को तैयार नहीं था। मगर जब ये लगने लगा कि अब स्वामी की गिरफ़्तारी हो सकती है तो चैनलों ने इस मामले पर डिबेट करवानी शुरू कर दी।
इस मामले पर एंकर अंजना ओम कश्यप ने पीड़िता का वीडियो शेयर किया और लिखा- इस अंधेरे की सुबह नहीं। मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने के बाद भी बलात्कार के आरोपी चिन्मयानंद की गिरफ़्तारी नहीं हो रही। बेटी बचाने की इस अनोखी वादा परस्ती पर सरकार को बधाई। सरकार का ऐसा बहरापन भारी पड़ता है।
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ये मामला पिछले एक महीने से सुर्ख़ियों में है पहले तो स्वामी के खिलाफ रिपोर्ट ही नहीं दर्ज की जा रही थी। मगर जब स्वामी की काली करतूतों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब जाकर स्वामी के खिलाफ मामला तेज हुआ। यही नहीं पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी एसआईटी टीम को कई वीडियो टेप दिए है जिसमें स्वामी चिन्मयानंद का कारनामा दर्ज है।
मगर मीडिया ने इस मामले पर दूरी बनाई रखी वो कभी दिग्विजय सिंह के बयान पर डिबेट करता नज़र आया तो कभी पाकिस्तान के नाक में दम करते हुए। मगर स्वामी पर उसने गिरफ़्तारी के एक दिन पहले तक मौन ही धारण कर रखा था। अचानक अंजना ओम कश्यप का पीड़िता के पक्ष में वीडियो पोस्ट करने पर लोगों ने प्रतिक्रिया दी।
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पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्या प्रताप सिंह ने अंजना के वीडियो पर लिखा- आपकी सरकार है जी। इतने दिनों बाद आपको तरस आ ही गया है तो, कुछ इस पीड़िता की मदद करो। योगी जी को कटघरे में खड़ा करो या फिर सिफारिश ही कर दो। कभी TV पर हिन्दू, मुसलमान, पाकिस्तान को छोड़ चिन्मयानंद के कृत्यों पर भी बहस करा लो।
आपकी सरकार है @anjanaomkashyap जी।
इतने दिनों बाद आपको तरस आ ही गया है तो, कुछ इस पीड़िता की मदद करो…#योगी जी को कटघरे में खड़ा करो या फिर सिफारिश ही कर दो।
कभी TV पर हिन्दू, मुसलमान, पाकिस्तान को छोड़ #चिन्मयानंद के कृत्यों पर भी बहस करा लो। https://t.co/JP4kErLIZX— Surya Pratap Singh (@suryapsinghias) September 19, 2019
बता दें कि इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी अपना काम कर रही है। वहीं बीते शुक्रवार को एसआईटी ने आरोपी चिन्मयानंद का आश्रम भी सीज़ कर दिया था। वहीं एसआईटी ने यूपी पुलिस से भी यौन शोषण केस से जुड़े सवाल पूछे थे। मगर गिरफ़्तारी क्यों नहीं हो पा रही है इसका जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।