नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मचे विरोध और हिंसा से पूरा देश अब अनजान नहीं है। कल ज़ामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी और पिछले कई दिनों से देश के पूर्वोत्तर राज्यों में जमकर हिंसात्मक विरोध चल रहा है। इस बिल के आने बाद अब देश में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हिंसक झड़प होना शुरू हो चुका है। जिसे केंद्र की सरकार रोकने में नाकाम साबित होती दिखाई दे रहगी है।
वहीं इस बिल को लेकर बढ़ती हिंसक घटनाओं को लेकर कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्वोत्तर और देश की राजधानी दिल्ली में जारी हिंसा पर मोदी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है।
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सोनिया गांधी ने कहा है कि अमित शाह नॉर्थ-ईस्ट जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं। दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। पूर्वोत्तर के राज्यों में नागरिकता कानून को लेकर हिंसक झड़प के मामले सामने आ रहे हैं। जहां सरकार के मंत्री और बीजेपी नेताओ को डर से अपना रास्ता बदलना पड़ रहा है ताकि प्रदर्शनकारी उनपर भी हमला ना कर दें।
बता दें की इस बिल के आने बाद से ही पूर्वोतर के राज्यों में जमकर हिंसक विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं। जिस वजह से असम और त्रिपुरा के कई इलाकों में कर्फ्यू लागू हैं। जहां अमित शाह नॉर्थ-ईस्ट का दौरा करने वाले थे, लेकिन उन्होंने राज्य में बिगड़ते हालात के बाद अपना दौरा रद्द कर दिया।
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वहीं सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार का काम शांति और सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना और संविधान की रक्षा करना है। लेकिन बीजेपी सरकार ने देश और देशवासियों पर हमला बोल दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार हिंसा और बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है।