तबरेज़ अंसारी हत्याकांड में नया ख़ुलासा सामने आया है। सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) बसारत कयूम ने बताया कि तबरेज़ की मौत सिर की हड्डी टूटने से ब्रेन हैमरेज के कारण हुई। जबकि पहले पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए गंभीर चोट की बात से इनकार किया था।
एसडीओ ने अपनी रिपोर्ट में सीनी थाना प्रभारी व खरसावां थाना प्रभारी द्वारा घटना के बाद कार्य में कोताही बरते जाने की बात कही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गांव के प्रधान के मुताबिक घटना रात एक बजे की है। इसकी सूचना पुलिस को रात दो बजे ही दे दी गयी थी। इसके बावजूद पुलिस टीम सुबह छह बजे मौके पर पहुंची।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने अपने वरीय अधिकारियों को बताया था कि उनको घटना की सूचना सुबह पांच बजे ग्राम प्रधान के द्वारा दी गयी थी। जबकि ग्राम प्रधान ने एसडीओ को बताया कि उन्होंने सूचना रात दो बजे ही दे दी थी।
रिपोर्ट में डाक्टर्स की लापरवाही की बात भी कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि 18 जून की सुबह व शाम को दो बार डॉक्टर ने तबरेज के शरीर की जांच की, लेकिन उन्होने उसे गंभीरता से नहीं लिया। सुबह में दूसरे डॉक्टर के द्वारा जांच की गई, जिसमें केवल एक एक्स रे कराया गया। जबकि उसके शरीर की पूरी जांच होनी चाहिए थी।
डॉक्टर ने जांच रिपोर्ट में इंज्यूरी या अन्य स्वास्थ्य संबधी सूचना तक नहीं लिखी। वहीं शाम को जब दूसरे डॉक्टर ने जांच की तो सुबह वाले डॉक्टर के एक्सरे रिपोर्ट को ही आधार मान लिया। जबकि उन्हें शरीर की पूरी जांच करके पीडि़त को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था, जो नहीं किया गया। अगर ऐसा किया जाता तो तबरेज़ की जान बच सकती थी।