उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में लॉ छात्रा ने जो आरोप पूर्व गृह राज्य मंत्री केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर लगाए है, वो बेहद गंभीर है। मगर फिर भी यूपी पुलिस ने अब तक चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ यौन शोषण का मामला दर्ज नहीं किया है। अब इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है, SIT की टीम ने करीब 7 घंटे तक स्वामी चिन्मयानंद से पूछताछ की है।
इस मामले पर दिल्ली महिला अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है। स्वाति ने लिखा- ये चुप्पी जो तुमने साधी है, चीखकर तुम्हारी मिलीभगत की गवाही देती है! यही सन्नाटा रोज़ न जाने कितनी बेटी की ज़िंदगी छीनता है। UnnaoKiBeti के साथ जो UP सरकार ने किया, उसके बाद से बेटियों की उम्मीद टूटी है! सहम गई हैं। क्या उन्नाव फिर से होने का इंतेज़ार कर रहे हो आदित्यनाथ जी?
ये चुप्पी जो तुमने साधी है, चीखकर तुम्हारी मिलीभगत की गवाही देती है! यही सन्नाटा रोज़ न जाने कितनी बेटी की ज़िंदगी छीनता है। #UnnaoKiBeti के साथ जो UP सरकार ने किया, उसके बाद से बेटियों की उम्मीद टूटी है! सहम गई हैं। क्या उन्नाव फिर से होने का इंतेज़ार कर रहे हो आदित्यनाथ जी? pic.twitter.com/N4qaCXEAqH
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) September 13, 2019
वहीं दूसरी तरफ स्वामी चिन्मयानंद से पूछताछ में वायरल हुए वीडियो का सच एसआईटी टीम ने पूछा है। आरोपों के अनुसार जो सुबूत हॉस्टल के कमरे से गायब हैं, उनके बारे में भी सवाल पूछे गए है।
स्वामी चिन्मयानंद की तरफ से अभीतक कोई बयान दर्ज मीडिया के सामने नहीं रखा गया है। मगर मीडिया में उनके प्रवक्ता बार इस मामले को एक गहरी साजिश बता रहें है जिससे उनके मुख्य आश्रम की छवि खराब हो जाये।
बता दें कि स्वामी पर पहले भी रेप का केस लग चुका है। मगर मुख्यमंत्री योगी ने उनके केस में वापस ले लिया था। मुमुक्षु आश्रम के प्रमुख स्वामी चिन्मयानंद पर दर्ज शिष्या से रेप का मुकदमा हटाने का आदेश जारी करते हुए पहले इस संबंध में पिछले साल 9 मार्च 2018 को जिला मजिस्ट्रेट, शाहजहांपुर के कार्यालय से एक लेटर जारी किया था।
जिसमें कहा गया था कि शासन ने शाहजहांपुर कोतवाली में स्वामी चिन्मयानंद पर दर्ज धारा 376 और 506 आईपीसी का केस वापस लिए जाने का फैसला किया है। अतः शासनादेश के तहत कृत कार्रवाई से अवगत कराने का कष्ट करें, ताकि शासन को भी इस बारे में अवगत कराया जा सके।