लोकसभा चुनाव करीब आते ही पीएम मोदी अब ज्यादा मुखर हो गए है। पाकिस्तान के साथ साथ वो कांग्रेस पर जमकर हमला बोल रहे हैं। आज ग्रेटर नॉएडा में पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत सभी विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कोई तिरंगें को मानने वाला सबूत मांग सकता है क्या? क्या कोई भारतीय सबूत मांग सकता है क्या?

इस बार के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी और बीजेपी का मुद्दा राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा है। जो पीएम मोदी के बयान से साफ़ नज़र आ रहा है।

मगर ऐसा नहीं है की विपक्ष शांत बैठा हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी का बुरा वक़्त याद दिलाते हुए सीधे सीधे पूछ डाला कि मोदी मुझे समझाएं कि किसने मसूद अजहर को भारतीय जेल से पाकिस्तान भेजा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बताएं कि वो भाजपा की सरकार थी जिसने एक भारतीय जेल से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को रिहा किया था।

राहुल ने कहा कि मोदी के लिए मेरा एक छोटा सा सवाल है। सीआरपीएफ जवानों को किसने मारा? जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख का नाम क्या है? उसका नाम मसूद अजहर है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 1999 में भाजपा की सरकार थी जिसने उसे भारतीय जेल से अफगानिस्तान के कांधार के रास्ते पाकिस्तान भेजा था। आप इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे।

नीरव मोदी Vs नरेंद्र मोदी: दोनों ने देश को लूटा और ख़ुद को कानून से ऊपर समझाः राहुल गांधी

आप क्यों नहीं कह रहे कि जिस व्यक्ति ने सीआरपीएफ जवानों को मारा उसे भाजपा ने पाकिस्तान भेजा था। मोदी जी हम आपकी तरह नहीं हैं। हम आतंक के सामने नहीं झुकते हैं। भारत के लोगों के सामने स्पष्ट कीजिए कि किसने मसूद अजहर को भेजा।

बता दें कि वाजपेयी सरकार के दौरान 1999 में इंडियन एयरलाइंस के अपहृत विमान आईसी-814 के बंधक यात्रियों के बदले अजहर को रिहा किया गया था। जिसके बाद ही संसद पर हमला हुआ और फिर बाद में देश कई हिस्सों में हमले हुए जिसमें ख़ुफ़िया एजेंसीयों ने जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने शक ज़ाहिर कर चुकी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here