Anup Shramik
Social Activist Anup Shramik
आकाश पांडेय

भारत में शिक्षा का स्तर अच्छा नहीं है उसमें भी दलित समाज के बीच शिक्षा की स्थिति और खराब है एक दलित परिवार जो बहुत पढ़ा लिखा हो ये बहुत ही कम देखने को मिलता है। दलित तो छोड़िए भारत के किसी सवर्ण परिवारों में भी चार-चार पीएचडी धारक बहुत ही कम दिखेंगे। भारत में दलितों की स्थिति कितनी बुरी है इससे हम सब वाकिफ हैं। इस समाज में जहाँ दलितों को सिर्फ घोड़े पर चढ़ने के लिए मार दिया जाता है ऐसे समाज में एक दलित व्यक्ति का पढ़ना और अपने समाज के लिए, शोषित, वंचित तबके के लिए आवाज उठाना, महिलाओं के लिए आवाज उठाना बहुत ही बड़ी बात है।

“अनूप श्रमिक (Anup Shramik) बनारस में एक्टिविस्ट और सिविल सोसाइटी के बीच एक जाना-माना चेहरा। एक चेहरा जो सफाईकर्मियों की लड़ाई लड़ा है, एक चेहरा जो पिछड़े समाज में शिक्षा की पहुंच को गरीब से गरीब परिवार तक बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है। जो पिछले कई सालों से समाज में बराबरी की लड़ाई लड़ रहा है , पिछले साल से स्कूल, कालेजों में संविधान के रास्ते, सद्भावना के वास्ते नामक कैंपेन चलाकर समाज में प्रेम, भाईचारे का संदेश देने की कोशिश कर रहा है, उस चेहरे का नाम है अनूप श्रमिक”। ऐसा अनूप के साथ काम करने वाली जागृति राही ने बताया।

उन्होंने बताया कि अनूप की माता जी शिक्षिका हैं। अनूप 6 बहनों के इकलौते भाई हैं। अनूप की तीन बहनें पीएचडी की हैं। अनूप की एक बहन ने अपनी जाति के बाहर जाकर शादी की है। इस बात से आप समझ सकते हैं कि कितन पढ़ा लिखा और समाज की सड़ी-गली धारणाओं को चुनौती देने वाला परिवार है। अनूप पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 153a और 153b लगाया है। अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

अनूप को 19 दिसंबर 2019 को बेनियाबाग में सीएए और एन आर सी के खिलाफ होने प्रदर्शन के दौरान 69 लोगों के साथ ही गिरफ्तार किया था। कल इन सभी लोगों को जमानत मिल गई थी लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही अनूप, मनीष और एसपी राय पर उसी कार्यक्रम के पर्चे पर इनका नंबर होने के कारण एक अलग से भी एफआईआर दर्ज की थी । इनपर लगने वाली धारा 153 ए में वर्गों के बीच शत्रुता फैलाने की बात कही गई है। ये एक गैर जमानती धारा है। इसमें तीन साल की सजा या जुर्माना या सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है और 153 बी जिसमें राष्ट्रीय अखंडता को खतरा की बात है।

जागृति बताती हैं कि अनूप श्रमिक बचपन से ही बहुत ही मेहनती रहे हैं और पढ़ाई में भी तेज रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, स्काउट गाइड आदि चीजों में अनूप की रूचि रही है। अनूप को पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर एपी जे अब्दुल कलाम से एनसीसी के बेस्ट कैडेट का पुरस्कार भी मिल चुका है। स्कूलिंग सेंट मैरिज और क्वींस कॉलेज से हुई, स्नातक की पढ़ाई महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से, एमए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से हुआ। अकेला भाई है 6 बहन में। सभी बहनों की शादी हो गई है। अनूप की मां अनूप की माँ लिवर सिरोसिस से पीड़ित हैं और अकेले लड़के होने के कारण मां की देखभाल का जिम्मा अनूप पर ही है।

जागृति ये भी बताती हैं कि अनूप नारीवादी, और अंबेडकर वादी , दलित फाउंडेशन में रीजनल कोऑर्डिनेटर रहे । 6 राज्य देखते थे। सैकड़ों दलित महिलाओं पुरुषों की ट्रेनिग की है। जिले की दलित एट्रोसिटी एक्ट मानिटरिंग कमिटी के 9 वर्षों से सदस्य हैं। मानवाधिकार, दलित महिला अधिकार, साउथ एशिया फ्रेटर्निटी और तमाम राष्ट्रीय अन्तराष्ट्रीय कमेटी के सदस्य हैं। भूमि अधिकार, जल जंगल जमीन के आंदोलन से जुड़े है। napm, रिदम, शिक्षा आंदोलनों आदि से जुड़े रहे हैं। अनूप रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय आदि लोगों के साथ मध्य एशिया के कई देशों में शांति मार्च में भी सम्मिलित रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस दिन पुलिस ने अनूप, मनीष और एसपी राय पर एफआईआर किया उस दिन अनूप जौनपुर में जागृति के साथ ही महिला सम्मेलन 2019 कार्यक्रम में थे। अब सवाल ये है कि क्या एक दलित चेहरा जो चमार जाति से आता है, जो संविधान में मिले अधिकारों को लागू कराने की जंग लड़ रहा है, जो समानता की लड़ाई लड़ रहा है। जो शिक्षा की सुलभता के लिए लड़ रहा हो, वो देश की अखंडता के लिए खतरा कब से हो गया? जो सबको समान अधिकार की बात करता है वो समाज किसी के प्रति विद्वेष या घृणा क्यों फैलाएगा? जो संविधान की शपथ लेता है, जो संविधान के रास्ते, सद्भावना के वास्ते कार्यक्रम पिछले एक साल से चला रहा है वो इंसान राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरा हो गया?

क्या अपनी बात रखना, सरकार के मत से असहमति रखना और सरकार शांतिपूर्ण विरोध करने से देश टूट जाएगा? 19 को जो गिरफ्तारी हुई थी, उस मामले में कल जमानत भी मिल गयी पर पुलिस ने एक और केस दर्ज करके दुबारा जेल भेज दिया।क्या दलित एक्टिविज्म की सजा मिल रही है अनूप को?

(आकाश पांडेय IIMC के छात्र हैं, इन्होने BHU से ग्रेजुएशन किया है)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here