कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भारत में हर दिन लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। कई राज्यों में जहां कोरोना की स्थिति अभी कंट्रोल में है। तो वही कई राज्यों में हर दिन यह जानलेवा संक्रमण बेकाबू हो रहा है।

बताया जा रहा है कि देश में चल रहे चुनावी माहौल के चलते कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को छिपाया भी जा रहा है।

केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार लोगों को बचाने की जगह चुनावों को ज्यादा महत्व दे रही है। इसकी वजह से दुनिया भर में पार्टी की काफी किरकिरी हो रही है।

इस कड़ी में गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए नसीहत दी है। गुजरात हाई कोर्ट ने कहा है कि अगर राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बढ़ रहे मामलों को छिपाया जायेगा। तो सरकार लोगों में विश्वास खो देगी।

गुजरात हाई कोर्ट का कहना है कि राज्य में बढ़ रहे कोरोना मामलों की असली तस्वीर छुपाने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। बल्कि इससे लोगों में सिर्फ डर का माहौल बनेगा।

अगर राज्य सरकार लोगों को कोरोना के असली आंकड़े बताएगी। तो इससे लोग सावधान होंगे और उनमें जागरूकता आएगी। लोग सीरियस होकर करुणा नियमों का पालन भी करेंगे।

भाजपा शासित राज्यों में हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। भले ही राज्य सरकार इन्हे कितना भी छिपाने की कोशिश कर ले।

लेकिन शवदाह गृह इस संक्रमण से हो रही मौतों का ब्योरा दे रहे हैं। शवदाह ग्रहों में दिन रात लाशों को जलाया जा रहा है।

आपको बता दें कि गुजरात में सबसे ज्यादा खराब स्थिति सूरत और अहमदाबाद में बनी हुई है। जहां अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और वेंटीलेटर्स की कमी आ गई है।

यहां तक कि गुजरात में मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की भी कमी आ गई है। वहीँ जो एंबुलेंस काम कर रही हैं। उन्हें सड़कों पर लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है।

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