मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी किसानों का विरोध प्रदर्शन जोरों शोरों से चल रहा है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में किसानों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्य में किसानों द्वारा रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें लोगों से भाजपा को वोट ना डालने की अपील की जा रही है।
इसी बीच में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान ने भी मोदी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को लेकर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि देश के किसान बुरे हाल में जीने के लिए मजबूर हैं।
जब तक इस देश के किसान असंतुष्ट रहेंगे। तब तक यह देश तरक्की की ओर अग्रसर नहीं हो पाएगा। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के लिए एमएसपी को भी कानूनी मान्यता देने की बात कही है।
दरअसल मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपने गृह जनपद बागपत पहुंचे थे। वहां पर वह बागपत के अमीर नगर सराय कस्बे में एक अभिनंदन समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों के मुद्दे को उठाया।
इस दौरान उन्होंने किसानों के लिए अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि इस संदर्भ में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री हमेशा से भी बात की थी। उन्होंने दिल्ली में किसानों पर लाठीचार्ज नहीं करवाने के लिए कहा था।
इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया है कि जब भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी को रुकवाया था।
ब्लू स्टार ऑपरेशन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि देश का सिख समुदाय किसी भी बात को 300 साल तक याद रख सकता है। ये सब याद रखा जायेगा।