खुद को पिछड़े का बेटा कहने वाले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। मध्य प्रदेश में खुद को पिछड़ों का नेता कहने वाले शिवराज सिंह की सरकार है। फिर भी भोपाल की सड़कों पर ओबीसी वर्ग के युवाओं को पुलिस घसीट रही है। ओबीसी महासभा के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सड़क पर घसीटे और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए ओबीसी युवा चाहते हैं कि शिवराज सरकार पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण लागू कर दे। ओबीसी वर्ग की इस मांग को भीम आर्मी और जयस का भी समर्थन प्राप्त है। यानी आरक्षण की लड़ाई अब SC-ST और OBC मिलकर लड़ रहे हैं।

आन्दोलन से पहले पुलिस की कार्रवाई

दरअसल ओबीसी महासभा ने राजधानी भोपाल में 2 जनवरी को एकदिवसीय महाआंदोलन करने का ऐलान किया था। इस महाआंदोलन में ओबीसी वर्ग के 27% आरक्षण समेत कई अन्य विषयों पर चर्चा होनी थी।

लेकिन पुलिस ने आन्दोलन शुरू होने ही नहीं दिया। पहले ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों व इस वर्ग के लोगों को नाकेबंदी कर भोपाल आने से रोका गया। जो पहुंच गए उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आंदोलन में हिस्सा लेने भोपाल पहुँचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद को पुलिस ने एयरपोर्ट पर ही नजरबंद कर दिया।

संघ को छूट और ओबीसी पर रोक  

पुलिस कोरोना का हवाला देते हुए प्रदर्शन पर रोक लगा रही है। जबकि एक दिन पहले यानी 1 जनवरी को भोपाल में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जुलूस निकाला था और भव्य कार्यक्रम किया था। ऑल इंडिया परिसंघ ने जुलूस का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ”कल RSS का भोपाल में जुलूस निकलवाने वाली भोपाल पुलिस आज उसी भोपाल में कई बहुजन सँगठन के लोगों को कोविड के नाम पर गिरफ़्तार कर रही है। देशवासियों को मूर्ख बनाना बन्द करो !”

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने शिवराज सरकार को ओबीसी समाज की नाराजगी से अवगत कराते हुए लिखा है, ”कल भोपाल में आरएसएस का प्रोग्राम होने दिया और आज ओबीसी का कार्यक्रम है तो कोविड की पाबंदी के नाम पर हज़ारों लोगों को गिरफ़्तार कर लिया। वाह शिवराज सिंह चौहान वाह। अब ओबीसी से कटकर आप बीजेपी के भी काम के नहीं रहे। विदाई की तैयारी कीजिए।”

 

सरकार की कार्रवाई पर विपक्ष ने भी सवाल उठाया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने लिखा है, ओबीसी महासभा द्वारा पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण प्रदान करने की माँग को लेकर आज भोपाल में प्रदर्शन की पूर्व से ही घोषणा की गयी थी। लेकिन पता नही शिवराज सरकार को ओबीसी वर्ग से परहेज़ क्यों , सरकार उनके दमन पर क्यों उतारू हो गयी है।

भाजपा और उससे जुड़े संगठन को तमाम आयोजनो की छूट लेकिन ओबीसी वर्ग के आयोजन पर रोक..? पहले ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों व इस वर्ग के लोगों को नाकेबंदी कर भोपाल आने से रोका गया और अब उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है , उनका दमन किया जा रहा है, आंदोलन को कुचलने का काम किया जा रहा है , उनके साथ मारपीट की जा रही है और यह सब ख़ुद को इस वर्ग की हितैषी बताने वाली सरकार में हो रहा है ?

ओबीसी वर्ग, दलित वर्ग, आदिवासी वर्ग का कितना भी दमन कर लो, यह वर्ग अपने हक़ की माँग को लेकर संघर्ष करता रहेगा, यह डरने – दबने वाला नही है, कांग्रेस इन वर्गों के साथ खड़ी है और इनके हित, उत्थान व कल्याण के लिये हम सदैव संकल्पित है।

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