चुनाव नतीजे मतलब बीजेपी की जीत शायद इस बात की आदत गोदी मीडिया को है तभी तो जब जब बीजेपी हार का सामना करती है तब तब गोदी मीडिया चुप हो जाता है।

मानों सदमे में आ गया हो, बीजेपी हारी तो सवाल किससे करे किसको हार का ज़िम्मेदार बताये? जबकि हर चुनाव पीएम मोदी के नाम और चेहरे पर बीजेपी लड़ती है तो फिर हार जीत भी पीएम मोदी के खाते में आनी चाहिए।

बस यही वो मुश्किल पहलू है चुनाव का जिस पर गोदी मीडिया बात तक नहीं करना चाहता है क्योंकि बीजेपी जीत गयी तो पीएम मोगी के सर पर सहरा, चुनावी चाणक्य जैसी तमाम उपाधिया दे देता है गोदी मीडिया पीएम मोदी को, और विपक्ष को नाकारा बता देता है।

लेकिन अब बीजेपी हार जाए तो कैसे पीएम मोदी पर सवाल करे, कैसे उनकों जिम्मेदार बताएं यही दुविधा गोदी मीडिया के लिए लद्दाख में भी खड़ी हो गयी

लद्दाख-कारगिल काउंसिल चुनाव में भाजपा की बुरी तरह से हार हुई है। लद्दाख-कारगिल चुनावों ने बता दिया है कि जम्मू-कश्मीर लद्दाख करगिल के लोग भी यह अच्छी तरह से समझ चुके हैं कि 370 हटाते और राज्य को दो हिस्सों में बाँटते समय जो सपने दिखाए गए थे, वो सिर्फ सपने थे हकीकत नहीं।

हद तो यह है कि देश की तथाकथित सबसे बड़ी न्यूज़ एजेंसी बीजेपी की 2 सीट के जश्न को दिखा रही है लेकिन इंडिया गठबंधन की जीत बर्दाशत नहीं कर पा रही है।

लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के 5वें आम चुनाव के वोटों की गिनती में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 22 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, बीजेपी केवल 2 सीट जीत सकी है। वहीं निर्दलीय ने 2 सीट जीती हैं।

नतीजे आने के बाद कारगिल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। कांग्रेस ने इस जीत को नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत बताया है।

कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी ने 10 साल बाद इन चुनावों में शानदार जीत दर्ज की है लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के 5वें आम चुनाव के लिए सभी 26 सीटों पर 4 अक्टूबर को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटिंग हुई थी। अब तक 25 सीटों के नतीजे आ चुके हैं।

जिनमें कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने संयुक्त रूप से शानदार जीत दर्ज की है। नेशनल कांफ्रेंस ने 12 सीटें जीती हैं, कांग्रेस को 9 सीट मिली है, वहीं बीजेपी को केवल 2 सीट मिली है, जबकि 2 सीट निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गई हैं। कांग्रेस ने रामबीरपोआ, पशकुम, चोस्कोर, चिकतन और ताइसुरु सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर ली है

लद्दाख का यह चुनाव 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद कारगिल में पहला प्रमुख चुनाव है।

नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन बनाया था, बीजेपी ने इस चुनाव में 17 उम्मीदवार उतारे थे। आम आदमी पार्टी ने भी चार सीट पर चुनाव लड़ा था।

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