सुना है अस्पतालों के पास बैंड बाजा बजाया जाएगा और हवाई जहाज से सेना के जहाज फूल बरसाएंगे, इससे क्या फायदा होगा मुझे समझ में नहीं आ रहा?
अस्पताल के पास तो वैसे ही शोर करना मना होता है यहां तक की गाड़ियों का हॉर्न बजाना भी मना होता है. बैंड बजाने से तो मरीजों और डॉक्टरों को परेशानी ही होगी
इसके अलावा जहाजों से फूल बरसाने वाला आईडिया भी बहुत ही क्रूर और बे- मकसद है.
एक तो आप इतने सुंदर हजारों टन फूल जो अपनी डाल पर बगीचों में आराम से लगे हुए हैं उन्हें तोड़ लेंगे और पर्यावरण का नुकसान करेंगे
फिर आप इन्हें अस्पतालों के ऊपर और उसके चारों तरफ खुले में जहाज से गिरा देंगे
यह फूल जहां कुछ दिन पड़े रहेंगे वहां यह सड़न पैदा करेंगे जिसमें बैक्टीरिया फंगस और वायरस पैदा होकर आसपास के माहौल को रोगयुक्त बना देंगे.
प्रदूषण की परिभाषा है कि एक संसाधन यदि गलत स्थान पर है तो वह प्रदूषण है. फूलों की जगह पक्की इमारतें और सड़कें नहीं है.
उनकी जगह प्रकृति की गोद और मिट्टी है जहाँ वह सुगन्ध और सौन्दर्य देते हैं और गिरकर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं.
इसके अलावा इस सब पर करोड़ों रुपये खर्च करना वैसा ही हैै जैसे आपका बच्चा बीमार हो तो आप उसके लिये दवाई लाने की बजाय बाजा बजाने लगें और उसके ऊपर फूल बरसाने लगें
जनता की जान और सलामती गलत हाथों में है.