पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ़ देशभर में चल रही कार्रवाई के बाद बीजेपी केरल सरकार पर हमलावर हो गई है.

केरल को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहाकि राज्य आतंकवाद का केंद्र बन गया है. जे पी नड्डा के इस बयान पर सीपीआई (एम) ने कड़ी आपत्ति जताई है.

नड्डा के बयान पर पलटवार करते हुए सीपीआई (एम) के सेंट्रल कमेटी ऑफिस के मुरलीधरन की ओर से एक स्टेटमेंट जारी किया गया है. इस बयान को पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट किया है.

अपने अलग अलग ट्विट में येचुरी ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा केरल को आतंकवाद का केंद्र बताया जा रहा है, ये पूरी तरह से झूठे आरोप हैं.

येचुरी ने आगे लिखा कि इस तथ्य को छुपाया नहीं जा सकता है कि केरल में राजनीतिक हिंसा आरएसएस और पीएफआई द्वारा की गई हत्याओं और जवाबी हत्याओं के कारण हो रही है. अलाप्पुझा और पलक्कड़ ज़िलों में इन दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दूसरे पर जवाबी हमलों में चार लोगों की मौत हुई है.

येचुरी ने आरोप लगाया कि केरल में इस तरह की घटनाएं जानबूझकर की जा रही हैं ताकि यहां का सांप्रदायिक सौहार्द्र खत्म किया जा सके और सांप्रदायिक धुव्रीकरण पैदा किया जा सके.

अपने आगे के ट्विट में येचुरी लिखते हैं कि बीजेपी अध्यक्ष के लिए बेहतर होगा कि वे आरएसएस को ऐसी भड़काऊ गतिविधियों में शामिल न होने की सलाह दें.

एलडीएफ सरकार सभी चरमपंथी संगठनों की हिंसक गतिविधियों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई करती रही है. केरल के लोग सांप्रदायिक सौहार्द्र और शांति के प्रति अनुकरणीय प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं और वे किसी भी चरमपंथी हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

वहीं माकपा नेता एमवी गोविंदन ने कहा, अगर किसी संगठन को प्रतिबंधित करना है, तो उसे सबसे पहले RSS को करना चाहिए। यह सांप्रदायिक गतिविधियों को अंजाम देने वाला मुख्य संगठन है।

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