8 साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा 20 जनवरी को अपने पद से रिटायर हो जाएंगे। इससे पहले बुधवार को ओबामा ने शिकागो में आखिरी बार देश की जनता को संबोधित किया। ओबामा ने लोगों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा- “मैंने रोज आपसे सीखा। आप लोगों ने ही मुझे एक अच्छा इंसान और एक बेहतर प्रेसिडेंट बनाया।”
मैंने सीखा है कि लोकतंत्र के लिए एकजुटता की एक बुनियादी भावना की आवश्यकता होती है। डेमोक्रेसी के लिए सबसे जरूरी चीज यूनिटी बनाकर रखना होता है। यही हमें ऊपर ले जाती है। हम गिरें या उठें, हमें साथ होना चाहिए।
आने वाले 10 दिन में देश एक बार फिर हमारे लोकतंत्र की ताकत देखेगा कि कैसे एक चुना हुआ राष्ट्रपति सत्ता संभालता है। लोकतंत्र के लिए काम करना हमेशा से मुश्किल रहा है।
वहीँ ओबामा ने ट्रंप के मुस्लिमों को लेकर दिए गए बयानों का खंडन करते हुए कहा कि वह मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव को खारिज करते हैं। उन्होंने कहा कि वे लोग भी उतने ही राष्ट्रभक्त हैं जितने हम हैं।
जो लोग देश को बांटना चाहते हैं, उनसे डेमोक्रेसी को खतरा है। हमें इमिग्रेंट्स के बच्चों के लिए इनवेस्ट करना चाहिए। क्योंकि वे भी अमेरिका की तरक्की में भागीदारी करेंगे। उनकी इस टिप्पणी का लोगों ने खासा स्वागत किया।
ओबामा ने कहा कि यही वजह है कि हम वैश्विक संघर्षों….लोकतंत्र का विस्तार, मानवाधिकार, महिलाओं के अधिकार, एलजीबीटी के अधिकार आदि से अलग नहीं हो सकते, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारे प्रयास कितने अपूर्ण हों। उन्होंने अपने देशवासियों को आगाह किया कि उस समय अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा होता है, जब कभी इसे हल्के में लिया गया हो।
ओबामा ने कहा कि हम सब को मिलकर, भले ही हम किसी भी पार्टी के हों, अपने लोकतांत्रिक संस्थानों के पुनर्निर्माण पर जोर देना चाहिए।
भाषण के दौरान ओबामा ने अपनी पत्नी मिशैल को भी धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा मिशैल तुम पिछले 25 सालों से ना सिर्फ मेरी पत्नी और मेरे बच्चों की मां ही नहीं बल्कि मेरी बेस्ट फ्रेंड भी रही हो। तुम पर मुझे और देश को गर्व है।