कश्मीर घाटी में तैनात डीएसपी देविंदर सिंह को हिज़्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने देवेंद्र सिंह को आतंकवादी मानते हुए उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आतंकवादियों के साथ पुलिस के इतने बड़े अधिकारी का नाम सामने आने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। संसद हमले से लेकर पुलवामा हमले तक में देविंदर की भूमिका को लेकर आशंका जताई जा रही है। सवाल ये भी पूछे जा रहे हैं कि क्या पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों के साथ देविंदर सिंह की सांठगांठ बहुत पहले से चली आ रही है? लेकिन ये सारे सवाल विपक्ष द्वारा पूछे जा रहे हैं, मेनस्ट्रीम मीडिया में इसपर पूरी तरह से खामोशी नज़र आ रही है।
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मीडिया देविंदर सिंह को लेकर कोई चर्चा नहीं कर रहा। पुलवामा हमले में देविंदर की भूमिका संदिग्ध है, जिसको लेकर विपक्ष नए सिरे से जांच की मांग कर रहा है। विपक्ष की मांग को सुनने के बजाए सरकार उसको ही कटघरे में खड़ा कर रही है और मीडिया सरकार से ये सवाल नहीं कर रहा कि आख़िर विपक्ष की मांग सुनने में दिक्कत क्या है?
पुलिस द्वारा देविंदर सिंह को आतंकवादी घोषित किए जाने के बावजूद मीडिया देविंदर सिंह को आतंकी नहीं बता रहा। मीडिया के साथ ही बीजेपी के नेता और उसके समर्थक भी इसपर खामोश नज़र आ रहे हैं। आतंकवाद के मामले में किसी भी मुस्लिम नाम आने पर हंगामा काट देने वाले सोशल मीडिया के कई योद्धा भी इसपर ख़ामोश हैं।
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इन सभी लोगों की ख़ामोशी पर फिल्म डॉयरेक्टर अनुराग कश्यप ने ज़ोरदार हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “यह दविंदर सिंह की गिरफ़्तारी पर इतनी शांति क्यों है? कहां गए देशद्रोहियों की पहचान करने वाले? और हल्ला मचाने वाले”?
यह डविंदर सिंह की गिरफ़्तारी पर इतनी शांति क्यों है ? कहाँ गए देशद्रोहियों की पहचान करने वाले ? और हल्ला मचाने वाले ?
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 14, 2020
बता दें कि डीएसपी देविंदर सिंह को पुलिस ने कश्मीर के कुलगाम से हिज़्बुल मुजाबिदीन के दो आतंवादियों के साथ गिरफ्तार किया था। जिस वक्त देविंदर को गिरफ्तार किया गया वह आतंकियों के साथ वाहन में बैठे थे। उसके वाहन से पांच ग्रेनेड बरामद किए गए थे और बाद में डीएसपी के घर की तलाशी में दो एके-47 राइफल भी मिले थे। सिंह ने राज्य पुलिस के कई वरिष्ठ पदों पर काम किया है। पुलवामा में जिस वक्त हमला हुआ देविंदर वहां डीएसपी के पद पर तैनात था।