अमेठी के संजय गांधी हॉस्पिटल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दावे को ग़लत बताया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आयुष्मान कार्ड रखने की वजह से मरीज़ को गांधी परिवार के ट्रस्ट वाले अस्पताल में इलाज नहीं मिला, जिससे उसकी मौत हो गई।
पीएम मोदी ने ये दावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो के बाद किया था। वीडियो में एक शख्स ये कह रहा है कि वो एक बीमार रिश्तेदार को लेकर अमेठी के संजय गांधी हॉस्पिटल गया, जहां उसे इलाज नहीं मिला। उसने बताया कि उससे कहा गया, ‘ये योगी-मोदी का अस्पताल नहीं है यहां आयुष्मान कार्ड नहीं चलेगा।’
लेकिन अब इस वीडियो को भी फर्जी बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मरीज को आयुष्मान कार्ड न होने के बावजूद भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके एक दिन बाद उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेठी से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी के आरोपों को अस्पताल प्रशासन ने पूरी तरह निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया है।
अमेठीः कठिन सवाल पूछने वाले पत्रकार पर भड़की स्मृति ईरानी, बोलीं- ‘तुम कांग्रेसी हो’
अस्पताल के निदेशक कैप्टन सूरज महेंद्र चौधरी ने रविवार को कहा कि ये इल्जाम पूरी तरह निराधार और राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि किसी भी अस्पताल का राजनीतिक, धर्म या जाति से जुड़ाव नहीं होता।
कैप्टन सूरज महेंद्र चौधरी ने बताया कि अमेठी के सरैया मुसाफिरखाना गांव का रहने वाला मरीज नन्हे लाल पिछली 25 अप्रैल की रात करीब 11 बजे संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए आया था। ज़्यादा शराब पीने की वजह से उसका लीवर फेल हो गया था और उसकी हालत बेहद खराब थी।
उन्होंने बताया कि नन्हे लाल के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड नहीं था, फिर भी उसका इलाज शुरू किया गया और कहा गया अगर कार्ड हो तो मंगवा लेना, लेकिन 26 अप्रैल की सुबह उसकी मौत हो गई।
अस्पताल के निदेशक ने कहा कि अब स्मृति ईरानी द्वारा आज इस मामले को लेकर गलत आरोपों वाला ट्वीट किया जाना समझ से परे है। हमारे लिये हर मरीज बराबर है। स्मृति के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
स्मृति ईरानी के बूथ कैप्चरिंग के आरोपों को चुनाव आयोग ने किया खारिज, वीडियो को बताया फर्जी
दरअसल, अमेठी से भाजपा प्रत्याशी एवं केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को एक ट्वीट में अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का जिक्र करते हुए कहा था, “आज मैं निशब्द हूं। कोई इतना गिर सकता है, यह कभी नहीं सोचा था। एक गरीब को सिर्फ इसलिये मरने दिया, क्योंकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था, पर अस्पताल राहुल गांधी का था। अस्पताल के ट्रस्टी राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जवाब दें। एक निर्दोष को क्यूं मार दिया गया?”
इसके बाद, भाजपा के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से किये गये ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हवाले से कहा गया, “अमेठी में एक अस्पताल है। इस अस्पताल के ट्रस्टी नामदार परिवार के सदस्य हैं। कुछ दिन पहले इस अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहा एक गरीब आयुष्मान कार्ड लेकर अपना इलाज कराने गया तो उससे कहा गया कि ये मोदी का अस्पताल नहीं, जहां आयुष्मान कार्ड चल जाए।”