बीते दिनों एलोपैथी चिकित्सा को लेकर बाबा रामदेव द्वारा दिए गए बयान ने उनकी मुश्किलें काफी बढ़ा दी है।
इस मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा बाबा रामदेव पर कार्रवाई भी की गई है। वहीं डॉक्टरों ने भी बाबा रामदेव के बयान का विरोध करते हुए प्रदर्शन किए हैं।
अब खबर सामने आ रही है कि बाबा रामदेव की एक गलती ने उनके बिजनेस पर भी बुरा प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। दरअसल बाबा रामदेव की कंपनी द्वारा बनाए जाने वाले सरसों के तेल में मिलावट किए जाने का मामला सामने आया है।
इस संदर्भ में राजस्थान के अलवर में गुरुवार देर रात प्रशासन ने पतंजलि के सरसों के तेल में मिलावट की आशंका जताते हुए खैरथल सिंघानिया ऑयल मिल को सीज कर दिया है।
इस पूरी कार्रवाई की खुद जिला कलेक्टर द्वारा वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।
इससे पहले भी खाद्य तेल संगठन कई बार पतंजलि द्वारा निर्मित सरसों के तेल पर आपत्ति जाहिर कर चुका था।
दरअसल कुछ समय पहले पतंजलि ने अपने सरसों तेल का एक विज्ञापन बनाया था। जिसमें अन्य कंपनियों के सरसों के तेल में मिलावट का दावा किया गया था।
इस विज्ञापन के बाद खाद्य तेल संगठनों ने पतंजलि के विज्ञापन पर आपत्ति जाहिर की थी।
अब खुद पतंजलि के सरसों के तेल में ही मिलावट का आरोप है। जिसके चलते प्रशासन ने राजस्थान के खैरथल स्थित सिंघानिया ऑयल मिल को सीज किया है।
इस फैक्ट्री से पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री भी बरामद की गई है। इसके अलावा श्री श्री ऑयल ब्रांड के रेपर यहां पाए गए हैं।
बताया जाता है कि फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल और स्पेलर से निकाले के तेल के स्टॉक के साथ-साथ कच्चे सामान के सैंपल खाद्य निरीक्षकों की टीम ने ले लिए हैं। इन सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद ही पतंजलि पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।